National Herald Case में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) सोमवार सुबह ED मुख्यालय में पेश हो गए हैं…ईडी ने राहुल गांधी से पूछने वाले सवालों की पूरी लिस्ट तैयार कर ली है… इस पूछताछ के दौरान राहुल न तो फोन यूज कर पाएंगे ना ही अपने साथ किसी दूसरे नेता को अंदर ले जा पाएंगे… वहीं ईडी ने इसी मामले में पूछताछ के लिए सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को अब 23 जून को बुलाया है। इससे पहले ईडी ने उन्हें 8 जून को बुलाया था, लेकिन वो कोरोना पॉजिटिव हो गई थीं जिसके बाद उन्हें दिल्ली के गंगाराम हॉस्पिटल में एडमिट किया गया। आज हम आपको बताएंगे कि आखिर क्या है नेशनल हेराल्ड मामला जिस पर इतना बवाल मचा हुआ है…
इस पूरे मामले को समझने के लिए आपको आजादी से पहले की सालों में जाना पड़ेगा…
1938 में जवाहर लाल नेहरू ने Associate Journal Limited नाम से एक कंपनी बनाई. ये कंपनी नेशनल हेराल्ड नाम से एक अखबार पब्लिश करती थी, क्योंकि ये कंपनी अखबार निकालती थी, इसलिए इसे कई शहरों में सस्ती कीमतों पर सरकारों से जमीन मिल गई.
– अब इसमें आरोप ये है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने मिलकर एक ऐसी कंपनी बनाई, जिसका उद्देश्य बिजनेस करना नहीं, बल्कि अपनी बनाई कंपनी के जरिए Associate Journal Limited को खरीदकर उसकी 2 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति को अपने नाम करना था.
– इसके बाद 26 फरवरी, 2011 को 5 लाख रुपए की लागत से यंग इंडिया कंपनी बनाई गई, जिसमें सोनिया और राहुल की 38-38% की हिस्सेदारी है. बाकी 24% की हिस्सेदारी कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडीज के पास थी। दोनों ही अब इस दुनिया में नहीं हैं.
– यंग इंडिया कंपनी ने एसोसिएट जर्नल लिमिटेड Associate Journal Limited की 90 करोड़ की देनदारियों का जिम्मा अपने उपर ले लिया. मतलब एक तरह से उसका लोन चुकाने की जिम्मेदारी ले ली.
– बाद में एजेएल के 10-10 रुपए के नौ करोड़ शेयर ‘यंग इंडियन’ को दे दिए गए और इसके बदले यंग इंडिया को कांग्रेस का लोन चुकाना था. 9 करोड़ शेयर के साथ यंग इंडियन को इस कंपनी के 99% शेयर मिल गए. बाद में कांग्रेस पार्टी ने 90 करोड़ का लोन माफ कर दिया. इस तरह राहुल-सोनिया गांधी की कंपनी ‘यंग इंडिया’ को मुफ्त में Associate Journal Limited का स्वामित्व मिल गया.
2012 में बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्रायल कोर्ट में पिटीशन दायर कर आरोप लगाया था कि कुछ कांग्रेसी नेताओं ने गलत तरीके से यंग इंडिया लिमिटेड के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड का अधिग्रहण किया है. स्वामी का आरोप था कि ये सारा मामला दिल्ली के बहादुर शाह जफर मार्ग स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपए की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया था.
जानकारी के लिए आपको बता दें कि नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया और राहुल गांधी के अलावा और भी कई कांग्रेसी नेताओं के नाम सामने आए थे. इनमें मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज के अलावा सैम पित्रोदा और सुमन दुबे का नाम भी है. इनमें से मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नाडिस अब इस दुनिया में नहीं हैं.