आज हर जगह आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा को बॉयकाट करने की बात कही जा रही हैं जिसको लेकर आमिर खान खासे परेशान दिख रहे हैं और अब वो लोगों से अपील कर रहे हैं कि उनकी फिल्म को बॉयकाट नहीं किया जाना चाहिए। लेकिन बॉयकाट करने वालों पर आमिर खान की इन बातों का कोई फर्क पड़ता नहीं दिख रहा है। तब शाहरुख खान की फिल्म माइ नेम इज खान जेहन में आती है। आज की तरह तब भी शाहरुख और उनकी फिल्म का भारी विरोध किया गया था तब विरोध करने वाले शख्स थे बाला साहब ठाकरे और उनकी शिवसेना।जो शाहरुख खान के पाकिस्तान पर दिए बयान को लेकर फिल्म का विरोध कर रहे थे और ये मांग कर रहे थे कि जब तक शाहरुख खान मांफी नहीं मांगेगे हम उनकी फिल्म को नहीं चलने देंगे लेकिन शाहरुख इन धमकियों के आगे झुके नहीं बल्कि उन्होंने फिर कहा ‘मुझे अपने भारतीय होने पर गर्व है और हमको अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंध रखने चाहिए।
जिसके बाद शिवसेना और भड़क गई और पूरे महाराष्ट्र में फिल्म को लेकर प्रदर्शन करने लगे लेकिन ना शाहरुख झुके और न ही फिल्म रुकीय़।फिल्म महाराष्ट्र के सिनेमाघरों में लगी और खूब चली हां यहां उस समय की महाराष्ट्र सरकार भी इसके लिए बधाई की पात्र थी।क्योंकि लोगों के बीच से डर निकालने के लिए पूरी सरकार फिल्म देखने गई।मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने अपने मंत्रियों के साथ माई नेम इज खान फिल्म का टिकट लिया और पूरी फिल्म देखी और देखने के बाद कहा कि हर जगह सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किये गए हैं…
इसके बावजूद अगर किसी ने तोड़ फोड़ की तो उसका जुर्माना उस व्यक्ति या संस्था से वसूला जाएगा।आज आमिर खान को भी ऐसी ही हिम्मत दिखाने की जरूरत है अगर उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है तो शाहरुख खान की तरह उन्हें भी माफी मांगने और झुकने की जरूरत नहीं है। हां ये बात और है तब की तरह आज महाराष्ट्र में वैसी सरकार नहीं है लेकिन फिर भी आमिर खान को शाहरुख खान से सीखने की जरूरत है क्योंकि शाहरुख खान का विरोध करने वाला शख्स भी कोई मामूली नहीं था तब बाला साहब की पूरे महाराष्ट्र में तूती बोलती थी।लेकिन शाहरुख खान ने बता दिया कि वो भी कुछ कम नहीं हैं अगर उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है कुछ गलत नहीं बोला है तो झुकने की जरूरत नहीं है।ऐसे ही आज आमिर खान को भी बोलने की जरूरत है खड़े रहने की जरूरत है। लेकिन सवाल यही है क्या आमिर ऐसा कर पाएंगे?