संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) यानी यूपीएससी (UPSC) ने 30 मई को परिणाम जारी कर दिए जिसमें खंडवा के कार्तिकेय जायसवाल (Kartikeya Jaiswal) को यूपीएससी एग्जाम में बड़ी सफलता मिली है. कार्तिकेय ने संघ लोक सेवा आयोग द्वारा घोषित सिविल सेवा परीक्षा के रिजल्ट में देश में 35वीं रैंक हासिल की है. बड़ी बात यह है कि कार्तिकेय ने कोविड के दौरान अपनी तैयारी शुरू की थी और उस समय कोई भी संस्थान खुला नहीं था. ऐसे में बिना कोचिंग के पहले ही प्रयास में कार्तिकेय ने ये सफलता हासिल की है. कार्तिकेय ने 15 से 18 घंटे रोज पढ़ाई पर फोकस किया. कार्तिकेय के पिता आशीष जायसवाल बिजनेसमैन और मां मनीषा जायसवाल गृहिणी हैं. कार्तिकेय ने बताया कि फाइनल इंटरव्यू में पूछे गए सवालों में किशोर कुमार से संबंधित एक सवाल भी था.
मीडिया से बातचीत में कार्तिकेय के माता-पिता ने बताया कि उनके परिवार से किसी का भी प्रशासनिक सेवा से कोई नाता नहीं है. वे कहते हैं कि कार्तिकेय को खुद की मेहनत पर इतना भरोसा था कि उसने UPSC की तैयारी के लिए कोचिंग नहीं ली, पूरा सिलेबस घर पर ही तैयार किया, और पढ़ाई शुरू कर दी.
मीडिया से बातचीत में कार्तिकेय ने बताया कि पहले भी कई ऐसे अभ्यर्थी हुए हैं जिन्होंने बिना कोचिंग किए ही पेपर पास किया है. जब वे तैयारी कर रहे थे तो इंटरनेट पर ऐसे ही अभ्यर्थियों के वीडियो और इंटरव्यू देखते थे. उनके संघर्ष की कहानी को सुनकर उन्हें प्रेरणा मिलती थी.
कार्तिकेय के पिता ने बताया कि मैं एक बिजनेसमैन हूं पर कभी अपने बेटे को बिजनेस के लिए जबरदस्ती प्रेशर नहीं किया. उसने कहा मुझे गवर्मेंट सर्विस करनी है तो हमने उसे मन का करने दिया. कार्तिकेय की मां ने कहा कि हम तो कार्तिकेय को बाहर भे..जने की तैयारी कर रहे थे. इसके साथ ही मां ने कहा कि यह पूरे खंडवा..पूरे प्रदेश और देश की उपलब्धि है.