आज मैंने अपने एक दोस्त को फोन किया वो कहीं रास्ते में था और गाड़ी चला रहा था मैंने जैसे ही अपनी बात शुरू की उधर से आवाज आई या तो फोन रखो या गाड़ी साइड में रोक कर बात करो...ये उसके 7 साल के भतीजे की आवाज थी
किसान आंदोलन एक साल से ज्यादा चला.इस एक साल के दौरान हमारी टीम ने हर मौके पर गाजीपुर बॉर्डर समेत दूसरे सभी बॉर्डर पर जाकर आंदोलन को कवर किया और किसानों की बात सरकार तक पहुंचाने की कोशिश की...
इमरजेंसी...आपातकाल ये शब्द सुनकर...कोई भी चौंक जाता है...क्योंकि लोगों के जेहन में इमरजेंसी से जुड़ी कुछ बेहद कड़वी यादें बसी हैं...लोगों को लगता है कि इमरजेंसी मतलब सरकार की मनमानी, आजादी का खत्म होना....लेकिन यहां हम जिस इमरजेंसी की...